Wednesday 16 June 2021

एक नया अर्थ

सूरज तो आज भी निकला है
फूल आज भी खिलें हैं
हवा आज भी चली है
मगर आज तुम नहीं हो।

यह सूरज की लालिमा
यह फूलों का खिलना
यह हवा का चलना
मेरे लिए आज एक
नया अर्थ लेकर आया है।

कल की सुबह
और आज की सुबह में
कितना अंतर है
यह मेरा मन समझता है।


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