Sunday 6 September 2020

काश तुम आकर --22 A

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काश तुम आकर  
मेरे जीवन के पतझड़ में
बसन्तोत्सव मना जाओ।

काश तुम आकर
मेरी वीरान जिन्दगी में
प्यार की दस्तक दे जाओ।

काश तुम आकर
मेरे तन्हाई के जीवन में
हमसफ़र बन जाओ।

काश तुम आकर
मेरे बिखरते जीवन को
थोड़ा सम्बल दे जाओ।

काश तुम आकर
मेरी उदास शाम को
थोड़ा शकून दे जाओ।

काश तुम आकर 
मेरे प्यार भरे गीतों को 
अपना स्वर दे जाओ। 

काश तुम आ कर
मेरे जीवन के सपनों को
साकार कर जाओ।

ok





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