वह चली गई चाँद-सितारों के देश में,
अब उसके पास सन्देश नहीं पहुँचेगा।
वह सुनती थी मेरी दुःख -सुख की बातें,
उसके संग - सफर में पूरी दुनिया घूमा,
अब इस जीवन में कौन मेरा साथ देगा।
खुशियों का जीवन जिया मैंने उसके संग,
उसके जाने के बाद नहीं आई खबर,
सफर कैसा रहा अब कौन बताएगा।
वह बैठी रहती मैं उसे निहारता रहता,
अब मेरा चाँद धरती पर नहीं उतरेगा।
अब मेरा चाँद धरती पर नहीं उतरेगा।
वह सुनती थी मेरी दुःख -सुख की बातें,
अब कौन पास बैठ मेरे मन की सुनेगा।
उसके संग - सफर में पूरी दुनिया घूमा,
अब इस जीवन में कौन मेरा साथ देगा।
खुशियों का जीवन जिया मैंने उसके संग,
वह खुशनुमा सफर तो सदा याद रहेगा।
ok
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