तुम्हारे संगबिताये लम्हों की यादेंआज भी मेरी गलबहियाँ लेती हैं।तुम्हारा हँसनातुम्हारा मुस्करानाऔर तुम्हारी अदाएँआज भी दिल को शुकून देती हैं।मैं चाहता हूँतुम्हारी यादों कोकविता और गीतों केमाध्यम से सहेज कर रखूँ।ताकि पराजगत मेंजब तुम मुझेमिलो किसी मोड़ परमैं इनकी बंदनवार सजादूँ ।और घुटनों के बल झुकअदा करूं तुम्हारा शुक्रियाउन पलों के लिएजो पल तुमने मेरे नाम किये ।ok
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