नेपाल आपदा से दहल गया,
पल भर में तबाही कर गया,
लाखों को कंगाल बना गया,
विनाश का चक्र घूम गया,
देखो कैसा भूकम्प आ गया।
भू-गर्भ में चट्टाने खिसक गई, धरती ऊपर तक थरथरा गई,
मांगे सुनी, गोदें खाली हो गई,
हजारों की जिंदगी लील गया,
देखो कैसा भूकम्प आ गया।
ऐतिहासिक धरोहरें ढह गई, दिलों की धड़कनें थम गई, चारों तरफ चीत्कारें गूँज गई,
घरों को मिट्टी में मिला गया,
देखो कैसा भूकम्प आ गया।
मनुष्य आज बेबस हो गया,
प्रकृति का गुस्सा बोल गया,
सभी को चेतावनी दे गया,
पर्यावरण बचाओ कह गया,
देखो कैसा भूकम्प आ गया।
OK
No comments:
Post a Comment