Tuesday 2 March 2021

मैं तुम्हें मरने नहीं दूंगा --43

मृत्यु जब मरण लेकर आए  
मैं तुम्हें जाने नहीं दूंगा 
तुम उदास मत होना
मैं कुछ नहीं होने दूँगा 
मैं तुम्हें मरने नहीं दूँगा।

मैं अपनी सांसों में से
कुछ सांसें तुम्हें दूँगा 
अपनी धड़कनों में से
कुछ धड़कने तुम्हें दूँगा 
लेकिन तुम्हें मरने नहीं दूँगा ।

मैं क्षीर सागर से
अमृत-घट लेकर आऊँगा 
मैं द्रोणागिरी पर्वत से
संजीवनी बूंटी लेकर आऊँगा 
लेकिन तुम्हें मरने नहीं दूँगा ।

मैं तुम्हारे लिए 
अमरमणि ढूँढ कर लाऊँगा 
जरुरत पड़ी तो एक बार
यमराज से भी भिड़ जाऊँगा 
लेकिन तुम्हें मरने नहीं दूँगा ।

तुम जानती हो 
मैं तुम्हें कितना प्यार करता हूँ
मैं अपने प्यार को इस तरह 
मिटने नहीं दूँगा 
मैं तुम्हें मरने नहीं दूँगा।

OK 

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